इस मामले में ओडिशा के EOW ने इस क्रिप्टो टोकन के हेड संदीप चौधरी को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। यह मामला 16 अक्टूबर को भारतीय दंड संहिता, प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट, ओडिशा प्रोटेक्शन ऑफ इंटरेस्ट्स ऑफ डिपॉजिटर्स एक्ट और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था। इस मामले का मुख्य आरोपी चौधरी राजस्थान के झुंझनु का निवासी है और वह फरार हो गया था। उसके देश से भागने की आशंका थी। चौधरी के खिलाफ ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (BOI) ने ओडिशा के EOW के निवेदन पर लुक आउट सर्कुलर ( LOC) जारी किया था।
भारत से दुबई भागने की कोशिश में चौधरी को 15 नवंबर को BOI ने जयपुर एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया था। इसकी सूचना ओडिशा के EOW को दी गई थी। इसके बाद EOW की टीम को जयपुर भेजा गया और उसने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। EOW ने चौधरी को 16 नवंबर को जयपुर में एक स्थानीय कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने आरोपी की ट्रांजिट रिमांड दी है और उसे ओडिशा लाया गया गया है। ओडिशा में कटक के एक कोर्ट में चौधरी को पेश किया जाएगा। इस मामले में EOW ने राज्य में इस टोकन को चलाने वाले बसंत कुमार प्रधान और मनोज कुमार पटनायक को भी गिरफ्तार किया है।
यह मामला ओडिशा में पुरी के स्वागत कुमार नायक की शिकायत पर दर्ज हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस टोकन से जुड़े संदीप कुमार चौधरी, बसंत कुमार, मनोज कुमार पटनायक और अन्यों ने उनके साथ लगभग 85,000 रुपये की धोखाधड़ी की है। इस मामले की जांच में पाया गया था कि इस टोकन की आड़ में एक पॉन्जी स्कीम चलाई जा रही थी। इस ऐप या फर्म के पास कोई मजबूत बिजनेस नहीं था और वह अधिक रिटर्न का लालच देकर अधिक से अधिक मेंबर्स को अपने साथ जोड़कर उनकी रकम को हड़पने की कोशिश में थी।
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