कानपुर में रहने वाले राजेश मिश्रा ने दिसंबर 2020 में Mahindra Scorpio खरीदी थी। तब उसके लिए 17.39 लाख रुपये चुकाए गए थे। व्यक्ति ने स्कॉर्पियो कार अपने बेटे को तोहफे में दी थी। 14 जनवरी 2022 को गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। लखनऊ से कानपुर लौटते हुए कोहरे के कारण गाड़ी डिवाइडर से टकराई और पलट गई। हादसे में राजेश मिश्रा के बेटे अपूर्व की जान चली गई।
घटना के बाद 29 जनवरी को राजेश ने डीलरशिप पर गाड़ी में खामियों के बारे में बताया। यह भी जानकारी दी कि उनके बेटे ने सीट बेल्ट लगाई थी, लेकिन हादसे के दौरान एयरबैग नहीं खुले। कहा कि धोखाधड़ी करके उन्हें गाड़ी बेची गई। शिकायतकर्ता का कहना है कि गाड़ी जांच परखकर बेची गई होती, तो हादसे में उनके बेटे की मौत नहीं होती।
शिकायतकर्ता ने यह आरोप भी लगाया कि शिकायत करने पर कंपनी के कर्मचारियों ने उनके साथ बहस की। कंपनी के मैनेजर के कहने पर शिकायतकर्ता के परिवार से अभद्रता की गई। उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
अब, इस मामले के बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि “मामला 18 महीने से अधिक पुराना है और रिपोर्ट की गई घटना जनवरी 2022 में हुई थी।” बयान आगे पढ़ता है, “हम स्पष्ट रूप से बताना चाहते हैं कि 2020 में निर्मित Scorpio S9 वेरिएंट में एयरबैग थें, हमने जांच की और एयरबैग में कोई खराबी नहीं पाई गई।”
कंपनी ने अपने बयान में आगे कहा कि, “यह एक रोलओवर केस था, जिसमें फ्रंट एयरबैग नहीं खुलता है।
यह भी बताया गया है कि अक्टूबर 2022 में कंपनी ने मामले की विस्तृत तकनीकी जांच को पूरा कर लिया था और अब मामला विचाराधीन है। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह “किसी भी आगे की जांच के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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